संस्कारधाम विद्यापीठ गुङामालानी में आपका स्वागत है ।
नये भारत को अविलम्ब एक ऐसी शिक्षा पद्धति की आवश्यकता है जो नये समाज के लिये मानसिक व शारीरिक दृष्टियों सेस्वस्थ नागरिको का निर्माण कर सके| बालको को उनके समुचित व सर्वांगीण विकास के लिये सम्पूर्ण सुविधाएं तथा अवसर देकर बचपनसे ही उनमे सुन्दर स्वभाव, आत्मनिर्भरता, स्वानुशासन, स्वस्थ एवं संयमित विचारधारा आदि का समावेश करना, निडरता, साहसव उत्साह आदि गुण जाग्रत करना, ताकि भविष्य में वे अपने देश के सुयोग्य नागरिक बन सके, यही इस संस्था का परम लक्ष्य है।
कैसा निर्माण : हमे ऐसे बालको का निर्माण है जिनके चेहरों पर आभा, शरीर में बल, मन में प्रचण्ड इच्छा शक्ति, बुद्धि में पाण्डित्य, जीवन में स्वावलम्बन, हृदय में शिवा, प्रताप, ध्रुव, प्रहलाद की जीवन गाथाऐ अंकित हों और जिन्हे देख कर महापुरुषों की स्मृतियां झंकृत हो उठे |